झाँसी की रानी
झाँसी की रानी सिंहासन हिल उठे, राजवंशों ने भृकुटी तानी थी,बूढ़े भारत में भी आई फिर से नई जवानी थी, …
झाँसी की रानी सिंहासन हिल उठे, राजवंशों ने भृकुटी तानी थी,बूढ़े भारत में भी आई फिर से नई जवानी थी, …
सरोज-स्मृति ऊनविंश पर जो प्रथम चरणतेरा वह जीवन-सिंधु-तरण; तनय, ली कर दृक्-पात तरुणजनक से जन्म की विदा अरुण! गीते मेरी, …
मिटने का अधिकार मिटने का अधिकारवे मुस्काते फूल, नहीं जिनको आता है मुरझाना, वे तारों के दीप, नहीं जिनको भाता …
अब यह चिड़िया कहाँ रहेगी अब यह चिड़िया कहाँ रहेगीआँधी आई जोर शोर से, डालें टूटी हैं झकोर से। उड़ा …